भक्तजनों आप कौन-कौन सी पब्लिकेशन का भगवद गीता पढ़ते हैं?
ये लेख मैं अपनी सोच समझ और अनुभव के आधार पर लिख रहा हूँ, कोई गलती हो जाये तो तर्क के साथ आप इस भक्त को बता दें कि इसके जगह पर क्या सही होगा।🙏🙏
"भक्तजनों आप कौन-कौन सी पब्लिकेशन का भगवद गीता पढ़ते हैं?"
उसी पोस्ट के संदर्भ में ये लेख लिख रहा हूँ। सभी भगवद गीता में सबसे अच्छी कौन सी है? हो सकता है कि आपका विचार कुछ अलग हो। कोई बात नहीं। सबसे अच्छी भगवद गीता ये इस तरह हो गया कि अपने माताजी और पिताजी में सबसे अच्छे को चुनना। दोनों व्यक्तियों का किसी भी आम मनुष्य पर बहूत ज्यादा उपकार होता है ,जो कोई भी चुका नहीं सकता। उसी तरह सभी भगवद गीता में सर्वश्रेष्ठ चुनना है। भगवद गीता ऐसा ग्रंथ है कि जिस किसी ने उसे पढ़ा उसे उसी तरह की प्रेरणा मिली चाहे वो किसी भी FIELD का व्यक्ति हो। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक से लेकर एक हम जैसे लोगों को भी प्रेरणा मिली है।
बहूत लोगों ने इस पर लिखा है, मैं तो ये कहूंगा कि सबसे ज्यादा किसी ग्रंथ पर पूरे विश्व मे किसी ने लिखा है तो वो "भगवद गीता " ही है।जगतगुरू आदि शंकराचार्य से लेकर आज कल के लोग जो गीता के नाम पर व्यापार शुरू किया है।आप ढूंढोगे तो कम से कम 100 तरह के लेखक या पब्लिकेशन मिलेंगे जिन्होंने इस "भगवान के गीत" को पुस्तक के रूप में उतारा है। कई लोग तो अपने निजी अनुभवों और संस्कृत की समझ के अनुसार गीता का अलग-अलग भाषाओं में रूपांतरण किया और कई ऐसे भी व्यक्ति हैं जो अलग अलग जगहों से श्लोक का मतलब उठाया और उसे चेप(नकल उतार) दिया।
गीता कोई ऐसा धर्म ग्रंथ नहीं है जो सिर्फ हिंदुओं को ही पढ़ना चाहिए।ये सभी मनुष्यों को पढ़ना चाहिए। सिर्फ मजहबी कट्टरता के कारण इस अमृत का रसपान नहीं कर पाते हैं।गीता जे नाम पर कई भ्रांति फैली हुई है:-
१. ये सिर्फ हिंदुओं का ग्रंथ है।(सभी धर्म के लिए बराबर है)
२.इसमें महाभारत की कहानी है।(इसमे कोई कहानी नहीं परमज्ञान है)
३.इसे पढ़ने से लोग सन्यासी हो जाते हैं।(अर्जुन ने 3 बार साफ-साफ पूछा कि जो सर्वश्रेष्ठ हो वो बतावें )
४.कई सारी बातें की श्रीकृष्ण ने ऐसा कहा या गीता में ऐसा लिखा है।(गीता पढ़ो खुद जान जाओ)
५.ये अहिंसा सिखाती है।(गाँधी के द्वारा फैलाया गया अर्धसत्य,श्री कृष्ण ने जो सर्वश्रेष्ठ कर्म है वो बताई है।)
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