मेला कमाल है...
Poem in Mela |
मेला कमाल है |
सर्दी की मजाल है...
मेला कमाल है, मेला कमाल है!
मेला मा घुमावदार घाटन कै, ढालदार - ढाल है....मेला कमाल है!!
पूरे कुटुंब संग, खुशी हर अंग - अंग,
एक हाथ मा थैला,एक हाथ मा लैला🤩
ठंड की मजाल है......मेला कमाल है !!२
short poems
देह लाल लल्लन की, गोद जात मात की,
एक ओर गोरिन को, गजबइ हाल है!
मेला कमाल है!!२
famous poets
आत अति दूर से, झुंड झुंड मेला मा;
छोरिन कै पर्स संग, ऊपर से पोशाक तंग
केश खुल्ले छोड़ि दै, कपोलन पै क्रीम पोति,
काले काले नयनन मा, काजल कौ कमाल है
मेला भी कमाल है!!२
a poem a day
हुज़रे मा लोगन कौ,
अदरकउ से ज्यादा कड़क,
ठंड से बेहद बुरो हाल है!
मेला कमाल है!!२
poems about life
गंगा नहाए चलौ, गंगा नहाई लईं,,
गंगा मा पानी कौ, ठंडो- सो उबाल है!
मेला कमाल है, मेला कमाल है!!
गंगा ता नहाई लईं, भूख अब रोकइ कौन?
खाई लेउ समोसा, टिक्की सब कच-माल है,
मेला कमाल है!!२
hindi poem
मेला मा सैंकड़ों दुकानन की कतार है,
हर इक दुकान पै 4-4 दुकानदार, और ग्राहकन की ता ऐसी भरमार है.....?
मेला मा गोल घुमत झूलन कौ देखी आए,
कुछ कुछ लोगन को ता इत्तो बुरो हाल है,,
मेला कमाल है!!२
Poetry in hindi
सरकस मा जाइके,शेर, चीता, भालू, हाथी खेलत भै देखि आए,
३०-३० कै टिकट लागे, और इत्तो बड़ो हॉल है,
मेला कमाल है!!२
Poetry
मेला ता खरीद लौ, लौट धाम आए जब,,
अगले दिन घरमा, सुन - सान माहौल है।
मेला कमाल है, मेला कमाल है!!🤩
Mela Poetry
by:@bhi....$hukla✍️
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