जितना बदनाम किए....
![]() |
जितना बदनाम किए.... |
जितना बदनाम किए जायेंगे उतना ही नाम किए जायेंगे
हम हैं मस्त फकीरों जैसे कहीं भी शाम किए जायेंगे
उतना ही रोशनी में आयेंगे जितना गुमनाम किए जायेंगे
जिन्दगी के हसीन कुछ लमहे हम तो तेरे नाम किए जायेंगे
जो जमाने को नागवार हैं दोस्त हम तो वही काम किए जायेंगे।
No comments:
Post a Comment